ईमानदारी का फल
एक गाँव में रमेश नाम का एक गरीब किसान रहता था। वह बहुत मेहनती और ईमानदार था। एक दिन, जब वह खेत में हल चला रहा था, तो उसे जमीन में एक पुराना घड़ा दिखाई दिया। उसने घड़ा खोदकर निकाला और देखा कि उसमें सोने के सिक्के भरे हुए थे।
रमेश के मन में पहले तो लालच आया, लेकिन फिर उसने सोचा, "यह धन मेरा नहीं है। किसी और का है। मुझे इसे वापस कर देना चाहिए।" उसने घड़े को गाँव के सरपंच के पास ले जाकर सारी बात बताई।
सरपंच ने घड़े को खोलकर देखा और उसमें एक पुराना कागज निकला। कागज पर लिखा था कि यह धन गाँव के एक बुजुर्ग व्यक्ति का है, जो कई साल पहले गुजर गया था। उस व्यक्ति ने लिखा था कि यह धन गाँव के किसी गरीब और ईमानदार व्यक्ति को दिया जाए।
सरपंच ने रमेश की ईमानदारी की प्रशंसा की और उसे वह सारा धन दे दिया। रमेश ने उस धन से अपने खेत को बेहतर बनाया और गाँव के लोगों की मदद की। उसकी ईमानदारी की वजह से उसका जीवन खुशहाल हो गया।
सीख: ईमानदारी हमेशा अच्छे फल लाती है। लालच करने से बचें और सही रास्ते पर पर चलें|
1 टिप्पणियाँ
Good 👍
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